Glacier Tragedy
प्रकृति से खिलवाड़ से मानवीय त्रासदी, कहर-उत्तराखंड त्रासदी
उत्तराखंड के चमोली जिले के रैनी में 7 फरवरी के दिन गेलेशियर फटने से त्रासदी मच गई।इस घटना से पूरा देश और मनुष्य चकित है… हैरान है। यहाँ तक की देश के वैज्ञानिक भी इस असामान्य विकराल घटना से अचंभित है। 7 साल पहले केदारनाथ त्रासदी में भी पहाड़ों का धैर्य टूटा था। हजारों लोग मारे गए थे।आज पुनः प्रकृति से ज़्यादाती से उत्तराखंड में विकास के कार्य तबाह हो गए।
गेलेशियर फटने से धौली नदी ने बाढ़ का रूप ले लिया है। ऋषि गंगा, तपोवन हाइड्रो प्रोजेक्ट ध्वस्त हो गया है। उत्तराखंड की नदियों का जल स्तर भी बढ़ गया है। जोकि खतरे का संकेत है।
हरिद्वार एवं ऋषिकेश में हाई अलर्ट घोषित-
निचले स्तर पर रहने वाले ग्रामीण लोगों और नदी किनारे पर बसे लोगों को वहाँ से हटाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है प्रशासन मुस्तेद है।
सरकार जुटी है मदद में-
त्रासदी के शिकार हजारों लोगों की मदद के लिए उत्तराखंड राज्य सरकार, केन्द्र सरकार, आर्मी, आईटीबीपी, एनडीआरएफ सुरक्षा की टीमें पूरे हौसले से जुट गई है ।
Upkarsansthantrust संकटग्रस्त भाई बहनोँ एवं मृतकों व परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के जल्द स्वास्थ्य की कामना करता है।
हेल्पलाइन नंबर जारी-
परिचालन केंद्र-1070 अथवा 9557444486
मदद के लिए हाथ बढ़ाए-
इस त्रासदी से जूझ रहे #uttrakhand और #chamolidistrict के लोगों की मदद करना हमारा मानवीय धर्म है और जरूरी भी। मानवता की सेवा में राहत पहुंचाने के लिये #upkarsansthan का प्रयास है। कृपया समाज के करुणजन,सेवाभावी सज्जन मदद के लिये आगे आए। आपकी मदद से उत्तराखंड में राहत सामग्री भेजी जा सके।
हमें आपके सहयोग की अपेक्षा है-
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